मरीचि ऋषि का अर्थ
[ merichi risi ]
मरीचि ऋषि उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- उनमें मरीचि ऋषि के पुत्र कश्यप ऋषि थे।
- ( 1 ) कला - मरीचि ऋषि के साथ विवाहित
- मरीचि ऋषि के भाई पुलस्य थे .
- इन छ : ऋषियों में एक मरीचि ऋषि थे, उनके पुत्र कश्यप थे, जिनकी उत्पत्ति अमैथुनीय थी।
- दण्ड स्वरूप महर्षि भृगु को एक दण्ड और मृगछाल देकर विमुक्त तीर्थ में विष्णु सहस्त्र नाम जप करके शाप मुक्त होने के लिये महर्षि भृगु के दादा मरीचि ऋषि ने भेजा।
- ' ' आगे चलकर ब्रहा्रा जी के मन से उत्पन्न हुए मरीचि ऋषि , जिन्हें ‘ अरिष्टनेमि ' के नाम से भी जाना जाता है , का विवाह देवी कला से हुआ।
- 1 - सूर्य बंश ब्रह्मासे मरीचि ऋषि हुये , मरीचिसे कश्यप ऋषि हुए , कश्यप से विवाश्वन् ( सूर्य ) हुए , सूर्यसे सातवें मनु श्राद्धदेव हुए जिनको वैवश्वत मनु भी कहते हैं ।
- सारस्वत कौम आदि कौम है , सृष्टि की उत्पत्ति परमपिता परमेश्वर विष्णु भगवान की नाभि से कमल, कमल से ब्रह्मा एवं ब्रह्मा के चरों दिशाओं में देखने से चार मुख तथा उनके सृष्टि की कल्पना व उत्पत्ति से मरीचि ऋषि का पैदा होना पाया गया।
- सारस्वत समाज सारस्वत कौम आदि कौम है , सृष्टि की उत्पत्ति परमपिता परमेश्वर विष्णु भगवान की नाभि से कमल, कमल से ब्रह्मा एवं ब्रह्मा के चरों दिशाओं में देखने से चार मुख तथा उनके सृष्टि की कल्पना व उत्पत्ति से मरीचि ऋषि का पैदा होना पाया गया।
- इन्हीं मरीचि ऋषि से वंश श्रृंखला के महान मुर्धन्यदैवज्ञ ब्रह्मा के पौत्र श्रृंखला में अर्थवर्ण ऋषि हुए जिन्होंने मां भगवती की आराधना की व उन्हीं के आशीर्वाद से कंदर्य ऋषि की पुत्री शान्ती से ऋषि की शादी हुई जिनके 2 संतान- एक पुत्र दधीचि तथा एक पुत्री नारायणी पैदा हुई।